पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत लेंगे राजनीति से सन्यास!
उत्तराखंड और उत्तराखंडियत की बात करने वाले उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत अब राजनीति से संन्यास ले सकते हैं, ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि गैरसैंण चलो अभियान का ज़िक्र करते हुए उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से बताया कि उन्हें राजनीति में सक्रिय भूमिका से अब दूर हो जाना चाहिए।
कांग्रेस का गैरसैंण चलो मुहीम
13 मार्च को गैरसैंण में हो रहे बजट सत्र को देखते हुए कांग्रेस पार्टी ने विधानसभा घेराव की एक मुहिम चलाई है जिसमें वो नारा दे रहे हैं “गैरसैंण चलो”
गैरसैंण चलो के लिए कांग्रेस के मुख्य मुद्दे
- स्वास्थ्य सुविधाओं का अधिकार दिलाने के लिए
- उत्तराखंड को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के लिए
- धर्मनिरपेक्षता, समाजवाद व संघवाद की रक्षा के लिए
- समाज में वंचित तबकों विशेषकर दलितों व जनजातियों के प्रति बढते हुए अपराधों की रोकथाम के लिए
- देश में बढ़ती हुई आर्थिक असमानता के खिलाफ़
- मनरेगा की तर्ज पर शहरी क्षेत्र में रोजगार हेतु शहरी मनरेगा के लिए
- रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए
- केंद्र व राज्य सरकार में रिक्त पदों पर भर्तियों के लिए विशेष अभियान चलाने के लिए
- आरक्षित वर्गों की बैकलॉग के कारण रिक्त पदों पर भर्ती के लिए
- उत्तराखंड लोक सेवा आयोग व उत्तराखंड अधिनस्थ चयन आयोग की भर्तियों की सीबीआई जांच के लिए
- टनकपुर-बागेश्वर, टनकपुर- जौलजीबी, रामनगर- चौखुटिया रेललाइन निर्माण के लिए
- उत्तराखंड सहित हिमालयी राज्यों में ग्रीन बोनस के लिए
इसी मुहीम को टार्गेट करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने फेसबुक के माध्यम से पोस्ट करते हुए कहा है कि
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की पोस्ट
“मैं जानता हूं कि स्वास्थ्य, साधन और समय, तीनों मुझसे बार-बार आग्रह कर रहे हैं कि मैं अपनी गतिविधियों को धीरे-धीरे सीमित करूं।
मैंने सोचा था कि कांग्रेस के भराड़ीसैंण (गैरसैंण) कूच में मैं सशरीर उपस्थित नहीं रहूंगा, केवल भावनात्मक उपस्थिति रहेगी…
साथ ही उन्होंने लिखा है कि ” एक बात मैं स्पष्ट तौर पर कह देना चाहता हूं कि धीरे-धीरे मुझे अपनी गतिविधियों को सीमित करना है। सोशल_मीडिया के माध्यम से ही मैं प्रदेश कांग्रेस और कांग्रेस की सेवा में उतना भर योगदान देता हूं जितना एक सक्रिय नेता को देना चाहिए।”
अब देखना यही है कि पूर्व मुख्यमंत्री वाकई में राजनीति से सन्यास लेने की सोच रहे हैं या फिर ये भी एक पब्लिसिटी स्टंट है, खैर यह तो आने वाले दिनों में स्पष्ट हो जाएगा।
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