क्या बागेश्वर उपचुनाव में कांग्रेस का दाव प्रदीप टम्टा पर होगा
2022 विधानसभा चुनाव में बागेश्वर विधानसभा सीट में 12000 वोटों से जीते चंदन राम दास जी के निधन के बाद वह सीट खाली हो चुकी, अक्टूबर से पहले वहां उपचुनाव होने हैं। सूत्रों के हवाले से खबर मिली कि कांग्रेस पार्टी इस बार उपचुनाव में पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा को मैदान में उतार सकती है। (बागेश्वर उपचुनाव)
बागेश्वर उपचुनाव की दावेदारी पर क्या कहा प्रदीप टम्टा ने
इस संबंध में जब हमारी टीम ने पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि बागेश्वर उपचुनाव के कांग्रेस उम्मीदवार की जीत के लिए वो हर संभव कोशिश करेंगे लेकिन वो खुद चुनाव नहीं लड़ेंगे और उन्होंने यह भी कहा कि न ही पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने इस संबंध में उनसे कोई बात कही।
उन्होंने बताया कि हमारा लक्ष्य आगामी लोकसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी को उत्तराखंड से पांचों सीटें जिताने का तथा देश भर से फासीवाद और लोकतंत्र विरोधी ताकतों को सत्ता से बाहर करने का है, लोकतंत्र बचाने की इस लड़ाई में अगर पार्टी उन्हें कोई दायित्व देती है तो वो उसपर विचार करेंगे।
साथ ही उन्होंने बताया कि कुछ मीडिया वाले इस तरह की मनगढ़ंत खबरें चलाकर कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं को भ्रमित कर रहे हैं, उन्हें भरम में रहने की कोई आवश्यकता नहीं है शीर्ष नेतृत्व जिस भी उम्मीदवार को मैदान में उतारेगी हम उसके साथ खड़े नजर आएंगे और जीत के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे।
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एक नजर प्रदीप टम्टा के राजनीतिक सफर पर
आपको बता दें कि प्रदीप टम्टा कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेताओं में से एक हैं।
साल 2002 के विधानसभा चुनाव में सोमेश्वर से विधायक बने तथा 2009 के लोकसभा चुनाव में अल्मोड़ा पिथौरागढ़ लोकसभा से सांसद बने इसके बाद 2016 में वह राज्यसभा के सदस्य बने।
तीनों सदनों से सदस्य रहने वाले पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के बाद उत्तराखंड कांग्रेस के वो दूसरे नेता हैं।
निष्कर्ष : बागेश्वर उपचुनाव में प्रदीप टम्टा की दावेदारी
बागेश्वर उपचुनाव में कांग्रेस पार्टी की ओर से प्रदीप टम्टा की दावेदारी के संबंध में स्थानीय अखबारों और वैब पोर्टलों में छपी खबर पूर्णतः मनगढ़ंत है।।
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