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अग्निवीरों का अग्निपथ। शादी के लिए लड़कियां मिलना हो गया है मुश्किल।

अग्निवीरों का अग्निपथ

अग्निवीरों का अग्निपथ, सामने आया Army Lover लड़कीयों का सच

हमारे देश में बड़े बुजुर्गों से लेकर बच्चा-बच्चा तक सभी आर्मी वालों की देशसेवा के लिए उन्हें सलाम करते है, पहाड़ों की बहुत सारी लड़कियां तो खुद को Army Lover बताती हैं और फौजी से शादी कर जिंदगी भर उसका साथ निभाने की बातें करती हैं, उनके Army Lover स्टेटस और स्टोरी देखकर सभी को लगता है कि ये लड़कियां एक फौजी के देश प्रेम से प्रभावित हो रही है, लेकिन हकीकत कुछ और ही है ज्यादातर लड़कियों को Army वाले से नहीं बल्कि उसकी पेंशन और Army से मिलने वाली फैसिलिटी से मतलब होता है। ( अग्निवीरों का अग्निपथ)

अब आप कहेंगे कि हम ऐसा क्यों कह रहे हैं, तो आइए जानते हैं इसके पीछे की असली बात।

शादी का मंडप ही बन रहा है अग्निवीरों का अग्निपथ

बेरोजगारों और प्राइवेट नौकरी वालों की शादी के लिए पहाड़ों में लड़की खोजना बहुत ही मुश्किल काम हुआ करता था, पहाड़ की लड़कीयां फौजी से शादी करना ही अपना लक्ष्य मानकर चलती थी लेकिन जब से सरकार ने आर्मी की जगह 4 साल की अग्निवीर योजना की घोषणा की है उसके बाद से ही Army में देश सेवा कर रहे हमारे अग्निवीरों भाईयों के प्रति बहुत सारी लड़कियों का नजरिया ही बदल चुका है, अब शादी का मंडप ही अग्निवीरों के लिए अग्निपथ बन चुका है

अग्निवीर को शादी के लिए लड़की नहीं मिल रही है

वैसे तो अग्निवीर योजना पर राजनीति शुरू से ही होती आ रही है लेकिन पहाड़ों में इसपर राजनीति से भी बड़ी भयंकर चीज होती नजर आ रही है, आपको बता दें कि अग्निवीर योजना में भर्ती हुए पहाड़ के लड़कों की शादी नहीं हो पा रही है, लड़कीयां कह रही है चार साल बाद जब परमानेंट हो जाओगे तब शादी की बात आगे बढेगी। (अग्निवीरों का अग्निपथ)

अग्निवीरों का अग्निपथ बन चुका है शादी का मंडप।

लोगों की आपबीती

अग्निवीर योजना में भर्ती हुए बेटे की शादी के लिए परेशान कई लोगों ने अपनी आपबीती बतायी, उन्होंने बताया कि उनका लड़का अग्निवीर में भर्ती हो गया था जिसके बाद उन्होंने अपने लड़के के लिए लड़की देखना शुरू किया, कई लड़कियों को देखने के बाद भी उनके लड़कों की शादी के लिए कोई हामी नहीं भर रहा है सभी का कहना था कि उनका बेटा 4 साल के बाद जब रिटायर्मेंट होकर घर आ जाएगा तब उनकी बेटी की देखभाल वो कैसे करेगा?

और लड़कियों का भी यही कहना है कि वे 4 साल इंतजार करेंगी अगर परमानेंट हुए तो शादी करेंगे और अगर परमानेंट नहीं हुए तो शादी नहीं करेंगे।

कई लोगों ने बताया कि वो अपने लड़के की शादी के लिए दर्जन भर से ज्यादा लड़कियों को देख चुके हैं और सभी जगह से उनके हाथ लगभग एक जैसे ही जवाब मिले हैं, कई जगह तो बेटा अग्निवीर योजना में भर्ती हुआ है सुनते ही परिवार के लोग अलग-अगल बहाने बना देते हैं तो कई जगह लड़कीयां पढाई के लिए 3-4 साल इंतजार करने की बात कहकर उन्हें टाल देती हैं। (अग्निवीरों का अग्निपथ) 

एक बुजुर्ग का तो ये तक कहना था कि “इतना तो कंफर्म है कि पहाड़ की लड़कियों को Army वाले के देश प्रेम से उतना मतलब नहीं है जितना उसकी पेंशन और Army से मिलने वाली सुविधाओं से है”

हम यहां इस मामले के दूसरे पक्ष की अगर बात करें तो लड़की पक्ष के लोगों का कहना है कि चार साल आर्मी की फैसिलिटी लेने के बाद जब कोई लड़का रिटायर्मेंट आएगा तो दोबारा किसी और नौकरी में उसे एडजस्ट होने में दिक्कत होगी इसलिए वो अपनी बेटी की शादी अग्निवीर योजना में भर्ती हुए लड़कों से कराने में हिचकचा रहे हैं, लेकिन उनका कहना था कि अग्निवीर के प्रति उनके दिल में सम्मान पूरा है परंतु बेटी की जिंदगी का सवाल है इसीलिए चिंता है। (अग्निवीरों का अग्निपथ)

यहां अग्निवीर बन चुके लड़कों के परिजनों को भरोसा है कि अग्निवीर योजना में भर्ती हुए सभी लोगों को परमानेंट कर दिया जाएगा लेकिन सरकार 25-30% लोगों के अलावा बाकियों को 4 साल बाद सर्टिफिकेट देकर रिटायर्मेंट देने की बात कर रही है।

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error: थोड़ी लिखने की मेहनत भी कर लो, खाली कापी पेस्ट के लेखक बन रहे हो!