अल्मोड़ा पिथौरागढ़ लोकसभा सीट में पुराने उम्मीदवारों का कट सकता है टिकट?
उत्तराखंड की एकमात्र आरक्षित लोकसभा सीट (अल्मोड़ा पिथौरागढ़ लोकसभा) में इस बार भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियाँ अपने पुराने उम्मीदवारों का टिकट काट सकती हैं, इसकी खबरैं कई न्यूज चैनलों ने भी चलाई हैं।
कौन हैं अल्मोड़ा पिथौरागढ़ लोकसभा सीट से दावेदार?
न्यूज चैनलों का दावा है कि भाजपा इस बार अल्मोड़ा- पिथौरागढ़ लोकसभा सीट में सांसद अजय टम्टा की जगह महिला सशक्तिकरण मंत्री रेखा आर्य को भी टिकट दे सकती है वहीं कांग्रेस में कयास लगाए जा रहे हैं कि इस बार पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा की जगह मंत्री प्रतिपक्ष यशपाल आर्य को मैदान पर उतारा जा सकता है।
इस संबंध में हमारी टीम ने जब सांसद अजय टम्टा और पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा से बातचीत की तो जानिए उन्होंने क्या कहा।
टिकट काटे जाने के संबंध में कांग्रेस नेता प्रदीप टम्टा ने क्या कहा
पूर्व सांसद व कांग्रेस पार्टी के नेता प्रदीप टम्टा से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि वो पार्टी के सिपाही हैं, उनकी इच्छा है अल्मोड़ा- पिथौरागढ़ से चुनाव लड़ने की और पार्टी उन्हें जो दायित्व देगी उसे वो निभाएंगे, और दूसरे उम्मीदवार को मैदान में उतारने का काम पार्टी के शीर्ष नेतृत्व का है और अगर वो किसी और को मैदान में उतारेगी तो तब भी हम पूरी निष्ठा के साथ उसके साथ खड़े नजर आएंगे, उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य कांग्रेस पार्टी को जीत दिलाना का है और वे इसी लक्ष्य के साथ काम करेंगे, आगामी चुनावों में सांप्रदायिक, विभाजनकारी और दलित विरोधी ताकतों को सत्ता से बाहर करना ही उनका लक्ष्य है।
टिकट काटे जाने को लेकर वर्तमान सांसद व भाजपा नेता अजय टम्टा ने क्या कहा ।
टिकट कटने को लेकर जब हमने सांसद अजय टम्टा से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि ये खबरें पूरी तरह से मनगढ़ंत हैं, चुनाव में उम्मीदवार तय करने का निर्णय पार्टी का शीर्ष नेतृत्व लेता है, उन्होंने ये भी कहा कि बिना किसी ठोस कारण के पार्टी उपचुनाव नहीं कराना चाहेगी, अगर पार्टी किसी और उम्मीदवार को मैदान में उतारेगी तब भी हम पूरी निष्ठा के साथ पार्टी के लिए काम करेंगे और उन्हें विश्वास है कि राष्ट्रहित में जनता भाजपा का साथ अवश्य देगी।
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यह खबर उत्तराखंड के प्रसिद्ध न्यूज़ चैनल न्यूज 18 उत्तराखंड द्वारा चलाई गई थी जिसे देखकर यह लगता है कि यह खबर किसी के प्रभाव में आकर बनाई गई है।
क्योंकि टेक्निकली अगर देखें तो कोई भी सरकार बिना किसी ठोस कारण के अपने क्षेत्र में उपचुनाव कराना नहीं चाहेगी, अगर भाजपा वर्तमान सांसद अजय टम्टा की जगह विधायक रेखा आर्य को टिकट देती है तो जीत की स्थिति में उसे सोमेश्वर में उपचुनाव कराना पड़ेगा यही हाल कांग्रेस का भी है क्योंकि अगर पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा की जगह यशपाल आर्य को टिकट मिलता है तो जीतने की स्तिथि में यशपाल आर्य जी द्वारा जीती हुई सीट बाजपुर में उपचुनाव कराने की नौबत आएगी।
दोनों ही उम्मीदवार लगातार जनता के संपर्क में हैं और दोनों में से किसी पर न तो भ्रस्टाचार का आरोप है और न ही आपराधिक मामले हैं।
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