चंपावत। मंडल अध्यक्ष पर नाबालिग से दुष्कर्म का आरोप
प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा के मामले में भाजपा सरकार सवालों के घेरे में नजर आ रही है, आए दिन यहां महिलाओं के साथ अत्याचार व दुराचार के मामले देखने को मिल रहे हैं, अंकिता भंडारी की निर्मम हत्या के बाद लग रहा था की उत्तराखण्ड सरकार महिला सुरक्षा को लेकर गंभीर होगी लेकिन यहाँ तो अपराधों की संख्या बढ़ते ही जा रही है, चम्पावत में भाजपा मंडल अध्यक्ष पर एक नाबालिग ने दुष्कर्म का आरोप लगाया है
चम्पावत में नाबालिग से दुष्कर्म
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के विधानसभा क्षेत्र चंपावत में भाजपा के मंडल अध्यक्ष पर नाबालिग से दुष्कर्म का आरोप लगा हुआ है, लड़की के परिजनों ने मंडल अध्यक्ष पर बहला फुसला कर लम्बे समय तक दुष्कर्म का आरोप लगाया है , हालाँकि भाजपा ने उसे पार्टी से निष्कासित कर इस घटना से खुद को बचाने का प्रयास जरूर किया है लेकिन प्रदेश में महिलाओं के साथ हो रहे अपराधों पर वो खामोश ही है।
बेटी बचाओ का नारा कब होगा साकार ?
” बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ ” का नारा देने वाली भाजपा व उनके स्थानीय विधायक तथा मुख्यमंत्री इस मामले पर मौन ही नजर आ रहे हैं, कभी मंत्री तो कभी मंडल अध्यक्ष दुराचार के मामलो में आरोपित हो रहे हैं, और बड़े नेता बेटी बचाओ बेटी पढाओ का नारा देकर वाहवाही लूटने में लगे हुए हैं।
ऐसे में कांग्रेस के नेताओं द्वारा भाजपा पर आरोप लगाए जा रहे हैं कि अपराधी भाजपा का मंडल अध्यक्ष है इसीलिए सरकार उसे बचा रही है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन महारा ने लिखा है
भाजपा का चाल, चरित्र और चेहरा फिर हुआ बेनकाब!
मुख्यमंत्री धामी के विधानसभा क्षेत्र चंपावत में भाजपा के मंडल अध्यक्ष कमल रावत द्वारा एक नाबालिक लड़की से दुष्कर्म की घटना से प्रदेश फिर हुआ शर्मसार।
मुख्यमंत्री के अपने गृह क्षेत्र का यदि यह हाल है तो प्रदेश की कानून व्यवस्था का हाल समझा जा सकता है, सदैव भाजपा ने महिलाओं के साथ दुष्कर्म और दुराचार करने वाले आरोपियों को संरक्षण देने का काम किया है।
प्रदेश में बढ़ती दुष्कर्म की घटनाएं सिद्ध करती है कि उत्तराखंड में कानून व्यवस्था चरमरा चुकी है और एनसीआरबी के आंकड़े भी यही पुष्टि करते हैं, समय अब भाजपा से बेटियों को बचाने का है।
पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा ने लिखा है
प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर चिंता बढती जा रही है आए दिन यहां महिलाओं के साथ अत्याचार व दुराचार के मामले देखने को मिल रहे हैं।
मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र चंपावत में भाजपा के मंडल अध्यक्ष पर नाबालिग से दुष्कर्म का आरोप लगे हुए तीन-चार दिन हो गए हैं लेकिन अभी तक उसकी गिरफ्तारी नहीं हो हुई है, इस मामले में मैंने SSP चंपावत से बातचीत कर जल्द से जल्द गिरफ्तारी के लिए कहा, उन्होंने आश्वस्त दिया है कि वो इसपर पूरी तत्परता के साथ काम कर रहे हैं।
लेकिन सवाल यही है कि नाबालिक से दुष्कर्म के मामले में गिरफ्तारी में इतनी देरी क्यों हो रही है?
” बेटी पढ़ाओ व बेटी बचाओ ” देने वाली भाजपा व स्थानीय विधायक तथा मुख्यमंत्री के क्षेत्र का मामला होते हुए भी प्रशासन अभी तक आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर पाया है और न पीड़िता के बयान मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज कराने में सफल हो पाया है ।
अपराधी भाजपा का मंडल अध्यक्ष है कहीं सरकार उसे बचाने की कोशिश तो नहीं कर रही है?
आरोप-प्रत्यारोप तो अपनी जगह सही हैं लेकिन सबसे जरुरी है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और अगर दोषी का अपराध साबित होता है तो उसे कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए, महिलाओं के साथ हो रहे अपराधों के लिए कड़ी से कड़ी सजा का प्रबंध किया जाना चाहिए ताकि इन अपराधों पर नियंत्रण लगाया जा सके।
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