कनिष्ठ सहायक परीक्षा पर उठे सवाल
रविवार दिनांक 05 मार्च,2023 को संपन्न हुई कनिष्ठ सहायक परीक्षा जोकि राज्य के 13
जनपदों में 412 परीक्षा केन्द्रों पर सकुशल संपन्न कराने के दावे पर एक बार फिर उंगली उठती नजर आ रही है।
आपको बता दें कि इस परीक्षा के लिए 1,45,239 अभ्यर्थियों ने पंजीकरण कराया था जबकि परीक्षा देने मात्र 1,14,052 अभ्यर्थी ही पहुचे।
इस परीक्षा के संदर्भ में ये बात सामने आ रही है कि इस परीक्षा के लिए बनाए गए प्रश्नपत्रों की सभी सीरीज (A, B, C, D) में प्रश्नों का क्रमांक भिन्न-भिन्न न होकर एक समान था।
आयोग ने दी सफाई
मामला सामने आते ही आयोग ने इसके संदर्भ में सफाई देते हुए कहा कि उनको इसकी जानकारी परीक्षा समाप्त होने के बाद प्राप्त हुई है।
आयोग ने यह भी कहा कि प्रश्नपत्रों की सभी सीरीज में प्रश्नों का क्रमांक एक समान होने से परीक्षा की शुचिता किसी भी प्रकार से प्रभावित नहीं हुई
है।
तथा यह भी स्पष्ट किया है कि सभी परीक्षा केन्द्रों में यह परीक्षा पूर्णतः शुचितापूर्ण व निर्विघ्न ढंग से संपन्न हुई है।
और परीक्षा के दौरान किसी भी परीक्षा केन्द्र में आयोग को परीक्षा
संबंधी अनियमितता अथवा नकल संबंधी शिकायत इत्यादि प्राप्त नहीं हुई है।
सोशल मीडिया के माध्यम से कनिष्ठ सहायक परीक्षा के संदर्भ में फैलाई जा रही सूचनाएं भ्रामक, निराधार और असत्य हैं।
आयोग खुद है कन्फ्यूज
एक तरफ आयोग अपनी गलती स्वीकार कर रहा है और साथ ही यह भी कह रहा है कि खबरैं भ्रामक हैं इससे ऐसा महसूस होता है कि आयोग से जुड़े हुए लोग खुद कन्फ्यूजन में हैं, उन्हें इस संदर्भ में सबसे पहले अपना कन्फ्यूजन दूर करना चाहिए और उसके बाद में सफाई देनी चाहिए।
प्रदेश में हो रहे पेपर लीक का मामला इतना गर्म होने के बाद भी कभी पेपर की सील खुलने का आरोप लग जा रहा है तो कभी पेपरों के सीरीज एक होने का, इतना कुछ होने के बाद भी आयोग से इतनी बड़ी लापरवाही कैसे हो गई?
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